वर्तमान में जहां एक तरफ रुपयों की कमी से जूझ रहे हैं वहीं एक दयालु ग्रामीण ने अपने जीवन भर की कमाई शिक्षा के नाम सौंप दी। आमतौर पर अपने बच्चों की सुख सुविधाओं का ख्याल तो हर शख्स रखता है लेकिन गैरों के बच्चों के लिए कुछ विरले ही आगे आते हैं। ऐसे ही विरले लोगों में नाम आता है बागेश्वर के ईश्वरीय लाल शाह का जिन्होंने अपनी जीवन भर की कमाई स्कूल को दान कर दी।
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बागेश्वर जिले के ग्राम करौली निवासी ईश्वरीय लाल शाह पेशे से किसान है और भेड़ पालक का काम करते हैं। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से वह केवल कक्षा 2 तक ही पढ़ सकें लेकिन शिक्षा का महत्व भली भांति जानते है। उन्हें इस बात का मलाल हमेशा रहा कि वह आगे नहीं पढ़ सकें।
गांव के ही राजकीय जूनियर हाईस्कूल करूली में बच्चों को उबड़-खाबड़ जगह खेलते देख उनका मन पसीज गया, साथ ही स्कूल में चहारदीवारी नहीं होने की वजह से स्कूल में आवारा जानवर आ जाते जिससे बच्चों की शिक्षा में व्यवधान उत्पन्न होता और कभी-कभी जानवर स्कूल में गंदगी कर देते थे। जिसे देखकर उन्होंने स्कूल और बच्चों के लिए कुछ करने के लिए मन में ठान ली।
ईश्वरीय लाल शाह ने बच्चों के खेल के मैदान के लिए अपना खेत बेच दिया और अपने जीवन की पूंजी लगभग ढाई लाख रुपए विद्यालय को दान दे दी ताकि स्कूल में चारदीवारी हो सके और आवारा पशु विद्यालय में प्रवेश न कर सकें जिससे पठन-पाठन में व्यवधान पैदा ना हो। उन्होंने स्कूल को आवश्यकता होने पर और भी सहायता कराने की बात कही है, पूरे क्षेत्र में उनके इस कार्य की सराहना की जा रही है।