18 से 20 अक्टूबर तक भारत के मौसम का पूर्वानुमान, चक्रवाती तूफान और बारिश की संभावना
बंगाल की खाड़ी पर दीपावली से पहले, यानी अक्टूबर सीजन समाप्त होने से पहले, एक चक्रवाती तूफान बन सकता है, ऐसी आशंका जताई जा रही है। अनुमान है कि 20 अक्टूबर को एक सर्कुलेशन अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के आसपास बनेगा, जो आगे बढ़ते हुए उत्तर-पश्चिमी दिशा में मध्य क्षेत्रों में पहुंचेगा। जब यह क्षेत्र में पहुंचेगा, तो यह लो प्रेशर में तब्दील हो जाएगा, और 22 अक्टूबर के आसपास डिप्रेशन बन सकता है। 23-24 अक्टूबर के आसपास यह और करीब पहुंच जाएगा, और अगर इसकी गति बढ़ती है, तो इसकी इंटेंसिटी भी बढ़ सकती है। इस दौरान भारत के कई राज्यों में बारिश देखने को मिल सकती है।
आज के दिन, यानी 18 अक्टूबर को, देश के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में कई जगहों पर बारिश हो सकती है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी से उठा डिप्रेशन लैंडफॉल करने के बाद अब कमजोर हो चुका है और अरब सागर में पहुंच गया है। इसके बावजूद, इसके प्रभाव से हवा की निरंतरता बनी हुई है, जिससे दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्रों, मध्य भारत के इलाकों, और गुजरात में बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं।
तमिलनाडु और कर्नाटक के कई इलाकों में, विशेष रूप से तमिलनाडु के उत्तरी और तटीय क्षेत्रों में, आंध्र प्रदेश के रायलसीमा और तेलंगाना के तटीय क्षेत्रों में अगले 24 घंटों में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।
छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के उत्तरी तटीय क्षेत्रों में भी बारिश की संभावना है, जहां कुछ जगहों पर मध्यम से तेज वर्षा हो सकती है। छत्तीसगढ़ में बारिश की इंटेंसिटी कम रहेगी, लेकिन कई जगहों पर वर्षा देखने को मिल सकती है। सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, रायपुर, कबीरधाम, कवर्धा, बेमेतरा, और भाटापारा जैसे स्थानों पर बारिश हो सकती है। महाराष्ट्र के विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, और कोकण गोवा के इलाकों में भी बारिश की संभावना बढ़ रही है।
गुजरात के सौराष्ट्र में भी बादल पहुंच सकते हैं, लेकिन यहां बारिश के चांस कम हैं। मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में क्लियर और ड्राई वेदर रहेगा, हालांकि हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से धुंधलापन हो सकता है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में, जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आदि, मौसम सूखा रहेगा। इन इलाकों में धूप के साथ शुष्क हवाएं चलती रहेंगी, और तापमान सामान्य रहेगा।
अब, 19 अक्टूबर की बात करें तो, उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदानों तक ड्राई वेदर रहेगा। हालांकि, हवा की गति में थोड़ी कमी आएगी, जिससे मौसम में बदलाव हो सकता है। इससे आकाश में हल्की धुंध छा सकती है और पोल्यूशन लेवल बढ़ सकता है। हिमाचल और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में ज्यादा एक्टिविटी की संभावना नहीं है।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। गुजरात में भी कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन कुछ स्थानों पर हल्के बादल आ सकते हैं।
अब, 20 अक्टूबर की बात करें तो, बंगाल की खाड़ी में एक सर्कुलेशन बनेगा और पूर्वी तट पर नमी का फ्लो बढ़ने लगेगा। इस दौरान, दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र में नॉर्थ-ईस्ट मानसून की बारिश शुरू हो सकती है। आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, और कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना रहेगी।
झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगी क्षेत्रों और बिहार में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में, जैसे हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, आदि, मौसम ड्राई रहेगा। इस प्रकार, आगामी तीन दिनों के मौसम में, कई राज्यों में बारिश की संभावना है, जबकि कुछ इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा।