Hindu LiveHindi News, Tech News, Auto and Cars News

गाजियाबाद: भ्रष्टाचार में लिप्त दरोग़ा के खिलाफ FIR दर्ज

पीड़ित से उधारी के 15 हजार रुपये दिलाने की एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोपी प्रशिक्षु दरोगा जगपाल सिंह पर लोनी बॉर्डर थाने में रविवार को भ्रष्टाचार अधिनियम का मुकदमा दर्ज हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रशिक्षु दरोगा ने पांच हजार रुपये लेने की बात कबूल की थी। … Read more

0
1
पीड़ित से उधारी के 15 हजार रुपये दिलाने की एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोपी प्रशिक्षु दरोगा जगपाल सिंह पर लोनी बॉर्डर थाने में रविवार को भ्रष्टाचार अधिनियम का मुकदमा दर्ज हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रशिक्षु दरोगा ने पांच हजार रुपये लेने की बात कबूल की थी। चौकी प्रभारी ने वीडियो के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षु दरोगा जगपाल सिंह के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला सामने आया था। इस मामले में संगम विहार पुलिस चौकी प्रभारी आरिफ अली ने थाने पर शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने प्रशिक्षु दरोगा जगपाल सिंह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होेने का हवाला दिया। वीडियो में जगपाल सिंह एक व्यक्ति को किसी मुकदमे से बचाने के एवज में रुपये के लेनदेन की बात कह रहे हैं। इतना ही नहीं, प्रशिक्षु दरोगा व्यक्ति को अपशब्द के बाद पांच हजार रुपये लेने व बाकी सात हजार रुपये बाद में लेने की बात कहता नजर आ रहा है। इस मामले में प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट होता है कि जगपाल सिंह द्वारा वीडियो में पैसे मांग रहा है। वीडियो से पुलिस की छवि धूमिल हुई है। प्रशिक्षु दरोगा पर धारा-7 भ्रष्टाचार अधिनियम, 13 और 352 में रिपोर्ट दर्ज हुई है। वीडियो वायरल के बाद अधिकारियों ने जगपाल सिंह को निलंबित कर दिया था उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। संगम विहार चौकी क्षेत्र के आकाश ने बताया कि उन्होंने विशाल को 15 हजार रुपये उधार दिए थे। सात हजार रुपये ऑनलाइन और आठ हजार रुपये नकद दिए थे। तय समय पर पैसे नहीं मिलने पर पीड़ित मांग कर रहा था लेकिन विशाल रुपये नहीं देने के लिए टाल रहा था। इस बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। आकाश की मां मंजू ने पुलिस कमिश्नर ऑफिस में शिकायत दी थी। आकाश के मुताबिक, उनके पास संगम विहार पुलिस चौकी से प्रशिक्षु दरोगा जगपाल सिंह का फोन आया था। उन्हें अगले दिन चौकी बुलाकर कहा गया कि 20 हजार रुपये लगेंगे, तुम्हारा मामला खत्म हो जाएगा। उन्होंने पीड़ित को प्रताड़ित किया। आरोप है कि पांच हजार रुपये उनसे पहले लिए, बाकी रुपये के लिए पीड़ित के साथ मारपीट की। उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। पीड़ित से 5 हजार रुपये लेकर पुलिसकर्मी उनके घर पर पहुंचे और परिजनों को धमकी गए है कि तुम्हारे बेटे को जेल भेज देंगे। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया।
E
WRITTEN BY

Editorial Team

This article was written by the Hindu Live editorial team.

Related posts