उत्तरकाशी पुलिस द्वारा आज प्रातः 5-6 बजे के बीच डुण्डा बैरियर पर चैकिंग के दौरान वाहन संख्या UK07AE-8600 मे 03 व्यक्तियों को प्रतिबन्धित काजल-काठ की लकड़ी की तस्करी करते हुये पकड़ा गया। वाहन उपरोक्त से 144 नग बरामद किये गये। ये लोग भटवाड़ी के सालंग क्षेत्र से इस प्रतिबन्धित लकड़ी को उत्तर-प्रदेश सहारनपुर ले जा रहे थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने इनको नाकाम कर दिया।
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एस.पी. उत्तरकाशी द्वारा बताया गया कि काजल की लकड़ी उच्च हिमालय के आरक्षित वन क्षेत्र में पाई जाती है। काजल औषधीय दृष्टिकोण से सर्वोत्तम मानी जाती है। इसे बौद्घ सम्प्रदाय के लोग इसके बर्तन (बाउल) बनाकर खाद्य एवं पेय पदार्थों के लिए इस्तेमाल करते हैं। भारत, चीन, तिब्बत, नेपाल आदि देशों में इस लकड़ी की तस्करी कर उच्च कीमतों पर बेचा जाता है।
बरामद प्रतिबंधित लकड़ी की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 14 लाख रु0 है। मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई हेतु अभियुक्तों को मय प्रतिबन्धित लकड़ी के वन विभाग के सुपुर्द किया गया।
तस्करों का नाम पता–
- जनक बहादुर पुत्र बूढे बहादुर निवासी नई बस्ती थाना कलेमनटाउन देहरादून हाल पता लोदी सराय सहारनपुर उत्तर प्रदेश
- खेमराज रोकाया पुत्र लाल रोकाया निवासी उपरोक्त
- विनोद कुमार पुत्र रघुवीर सिंह निवासी नन्दपुरी कॉलोनी सहारनपुर उत्तर प्रदेश (चालक)
आज प्रातः 5-6 बजे के बीच पुलिस ने डुण्डा बैरियर पर चैकिंग के दौरान वाहन संख्या UK07AE-8600 मे 03 व्यक्तियों को प्रतिबन्धित काजल की लकड़ी की तस्करी करते हुये पकड़ा गया,लकड़ी की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 14 लाख रु0 है। तस्करों को लकड़ी के साथ वन विभाग के सुपुर्द किया गया। pic.twitter.com/UCpovFnOMG
— Uttarkashi Police Uttarakhand (@UttarkashiPol) December 28, 2022